डी ओयू मेडिसिनल स्कैल्प केयर थोरो वॉशिंग शैम्पू रिफिल 320ml
उत्पाद वर्णन
यह औषधीय शैम्पू प्रभावी रूप से छिद्रों में जमे सीबम और गंदगी को हटाता है, पसीने की बदबू के स्रोत को लक्षित करता है। इसमें जीवाणुनाशक तत्व होते हैं जो गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करते हैं और बालों और स्कैल्प दोनों पर पसीने की बदबू आने से रोकते हैं। सूत्र में औषधीय चारकोल शामिल है, जो सीबम और गंदगी को सोख लेता है, जिससे स्कैल्प साफ और तरोताजा हो जाता है। उत्पाद को बेहतर गंध घूंघट प्रभाव शामिल करने के लिए नवीनीकृत किया गया है, सुगंध में बदलाव के कारण, एक ताज़ा साइट्रस जड़ी बूटी की खुशबू प्रदान करता है। यह गैर-सिलिकॉन शैम्पू विशेष रूप से स्कैल्प और बालों पर कोमल होने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो कठोर रसायनों के उपयोग के बिना पूरी तरह से सफाई प्रदान करता है।
उत्पाद विशिष्टता
- सक्रिय तत्व: आइसोप्रोपाइल मिथाइलफेनोल, डिपोटेशियम ग्लाइसीराइज़ेट
- अन्य सामग्री: औषधीय चारकोल, POE सोडियम लॉरिल ईथर एसीटेट, सोडियम लॉरथ सल्फेट, नारियल तेल फैटी एसिड एमिडोप्रोपाइल बीटाइन घोल, सांद्रित ग्लिसरीन, नारियल तेल फैटी एसिड डायथेनॉलमाइड, PG, साइक्लोहेक्सेनडाइकार्बोक्सिलिक एसिड बिस-एथोक्सीडाइग्लाइकॉल, 2Na फॉस्फेट, मेन्थॉल, Na क्लोराइड, फेनोक्सीथेनॉल, साइट्रिक एसिड, चिपचिपापन समायोजक, सुगंध
- सुगंध: ताज़ा खट्टे जड़ी बूटी
- सूत्र: गैर-सिलिकॉन
प्रयोग
अगर आपको दाने या जलन का अनुभव होता है, तो डॉक्टर या अन्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से परामर्श लें। जलन या दाने होने पर उपयोग बंद कर दें और त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लें। अगर आपको एक्जिमा, डर्मेटाइटिस (दाने, घाव) या अन्य त्वचा संबंधी समस्याएँ हैं, तो इसका उपयोग न करें, क्योंकि ये समस्याएँ और भी बदतर हो सकती हैं। अगर उत्पाद आपकी आँखों में चला जाए, तो रगड़ें नहीं; तुरंत धो लें। अगर जलन बनी रहती है, तो नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
सावधानियाँ (अस्वीकरण)
कृपया उत्पाद का उपयोग करने से पहले निम्नलिखित पढ़ें। ध्यान रखें कि उत्पाद के रंग छवियों और स्क्रीन की प्रकृति के कारण वास्तविक रंगों से भिन्न हो सकते हैं। यदि उत्पाद आपकी त्वचा के अनुकूल नहीं है, तो तुरंत उपयोग बंद कर दें और यदि आपको उपयोग के दौरान या बाद में लालिमा, सूजन, खुजली, जलन या कोई अन्य त्वचा संबंधी समस्या दिखाई दे, तो त्वचा विशेषज्ञ या अन्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श लें। बच्चों की पहुँच से दूर रखें।