जापानी इतिहास पर पुस्तक पुरुषत्व और संप्रभुता की व्याख्या
उत्पाद विवरण
यह पुस्तक जापान में वस्त्रों के इतिहास पर एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है, जो वस्त्रों को स्थिर वस्तुओं के रूप में देखने के बजाय उन्हें पहनने वाले लोगों पर केंद्रित है। यह इस बात की पड़ताल करती है कि कैसे विशेष परिधान का चयन और पहनने की क्रिया ने संचार को सक्षम किया और जापानी इतिहास में सामाजिक संबंधों को आकार दिया। लेखक इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि प्राचीन काल में वस्त्रों में भेदभाव सामाजिक वर्ग पर आधारित था, न कि लिंग पर, और वस्त्रों की भूमिका को शक्ति के प्रतीक के रूप में रेखांकित किया गया। पुस्तक इस बात पर चर्चा करती है कि कैसे इन गतिशीलताओं ने जापानी शाही सत्ता की संरचना और सौंदर्य मूल्यों के विकास को प्रभावित किया। इसके अतिरिक्त, यह जापान में क्रॉस-ड्रेसिंग के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालती है, जो विशेष रूप से पश्चिमी समाजों में लिंग अभिव्यक्ति पर समकालीन चर्चाओं के लिए प्रासंगिक अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। यह 1998 के मूल जापानी प्रकाशन "वस्त्रों के माध्यम से जापानी इतिहास का पुनर्व्याख्या: पुरुष परिधान और शाही सत्ता" का अंग्रेजी अनुवाद है।
उत्पाद विनिर्देश
- 1998 के जापानी ऐतिहासिक अध्ययन का अंग्रेजी अनुवाद
- जापान में वस्त्रों की सामाजिक और संचारात्मक भूमिकाओं पर केंद्रित
- परिधान, शक्ति और वर्ग के बीच संबंध की जांच करता है
- क्रॉस-ड्रेसिंग और इसके ऐतिहासिक महत्व का विश्लेषण शामिल है
- लिंग और वस्त्रों पर वर्तमान वैश्विक चर्चाओं के लिए संदर्भ प्रदान करता है